मुंबई। यदि आपने हौसला है और आपने पक्का इरादा कर लिया है तो दुनिया की कोई भी ताकत आपको आगे बढ़ने से नहीं रोक सकती है। पूर्व अभिनेत्री और केंद्रीय महिला व बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी कि जिंदगी उनका हौसला और पक्के इरादे की ऊंची उड़ान है।
नीलेश मिश्रा के कार्यक्रम ऑन द स्लो कन्वरसेशन में लंबी बातचीत के दौरान स्मृति ईरानी ने अपनी निजी जिंदगी,अपनी कठिनाइयों और अपनी परेशानियों से संबंधित कई बातें कही है और साथ ही यह भी बताया है कि कैसे व शुरू से ही जिंदगी को पूरी तरह से अपने हिसाब से ढालने की कोशिश में लगी हुई थी। बड़े मजेदार अंदाज में उन्होंने अपनी जिंदगी की तुलना अग्निपथ के अमिताभ बच्चन यानी विजय दीनानाथ चौहान के साथ की हैं। तमाम मुश्किलों के बावजूद जिंदगी को मुट्ठी में करने की उनकी ललक लाजवाब थी।
इस कार्यक्रम में उन्होंने अपनी 12वीं पास पिता और ग्रेजुएट की हुई मां को भी शिद्दत से याद किया है। उन्होंने बताया कि कैसे हो तीन बहनों को पालने पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे थे।
फिल्मी दुनिया में अपने किए गए संघर्ष को भी उन्होंने याद किया है और बताया है कि कैसे उन्हें एकता कपूर की सीरियल में बने रहने के लिए लगातार काम करना पड़ता था। यहां तक कि भ्रूण गिरने के बावजूद उन्हें शूटिंग पर आने के लिए कहा गया था।
उन्होंने एकता कपूर को अपनी मेडिकल रिपोर्ट भी दिखाई थी और कहा था कि यदि भ्रूण होता तो वह भी उन्हें ला करके दिखाती।
अभिनेता सुशांत सिंह द्वारा किए गए आत्महत्या को भी उन्होंने याद करते हुए कहा है कि इस वक्त सुशांत के मरने की खबर उन तक पहुंची थी उसे मैं वहां एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में थी और इस खबर ने उन्हें पूरी तरह से शौक्ड कर दिया था।
नीलेश मिश्रा के साथ स्मृति ईरानी की इस बेबाक बातचीत को काफी पसंद किया जा रहा है।