पटना।अवॉर्ड विनिंग फिल्म अभिनेता और निर्माता हैदर काजमी बिहार में फिल्म सिटी बना रहे हैं,जिसमे बिहार स्कूल ऑफ ड्रामा खोला है। जिसका उद्देश्य – बिहार के बच्चों को एक्टिंग सीखने के लिए अब बाहर जाना नहीं होगा। उन्होंने पटना से 60 किलोमीटर दूर जहानाबाद के काको पाली ग्राम में बिहार स्कूल आफ ड्रामा का निर्माण किया है।
12 एकड़ के एरिया में बन रहे इस फिल्म सिटी स्थित इस स्कूल की खासियत यह है कि इसमें एक साथ 40 स्टूडेंट को ट्रेनिंग दी जाएगी और मेधावी बच्चों के लिए यहां ट्रेनिंग फ्री होगी। इसके अलावा इस एक्टिंग स्कूल में बच्चों को लाइव परफॉर्म करने का अवसर भी मिलेगा क्योंकि पुणे मुंबई दिल्ली जैसे शहरों में स्थापित एक्टिंग स्कूलों में भी नहीं होता है।
यह दावा खुद हैदर काजमी का है जिन्होंने बिहार में एक्टिंग स्कूल खोलने का सपना देखा था और अब वह अपने दम पर उसे सपने को साकार कर रहे हैं जिसमें जहानाबाद के काको पाली ग्राम के लोगों का भी बेहद सपोर्ट उन्हें मिल रहा है।
बिहार स्कूल का ड्रामा को लेकर हैदर काजमी ने बताया कि यह फिल्म सिटी बिहार के बच्चों को उन्नत तरीके से प्रशिक्षण देकर उन्हें सिनेमा में अभिनय के लिए काबिल बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिस तरह से लोग पुणे फ़िल्म संस्थान,नेशनल आफ ड्रामा का नाम लेते हैं। वैसे ही अब बिहार के बच्चे बिहार स्कूल आफ ड्रामा का परिचय देंगे और अभिनय के क्षेत्र में भी वह अच्छा करेंगे। इसी उद्देश्य के साथ हमने इस ड्रामा स्कूल की स्थापना की है।
उन्होंने कहा कि फिल्म की शूटिंग के दौरान बिहार स्कूल ड्रामा के बच्चे असिस्टेंट की भूमिका में होंगे जो फिल्म मेकिंग को नजदीक से देखेंगे और उसका अनुभव प्राप्त करेंगे। हम आने वाले दिनों में दो वेब सीरीज बनाने वाले हैं जिनमें 50% से छात्र हमारे इंस्टीट्यूट से होंगे। उन्होंने कहा कि हम ऐसे फिल्म मेकिंग स्टूडेंट को ट्रेंड करेंगे, जो यहां से निकलकर अपनी प्रतिभा से दुनिया भर में नाम कमाएंगे। हैदर काजमी ने सरकार से सपोर्ट के सवाल पर कहा कि राज्य सरकार ने फिल्म सिटी के लिए कोई सपोर्ट नहीं किया। हमने पाई पाई जोड़कर इस फिल्म सिटी को बना रहे हैं यह मेरा सपना था और जिससे सहकार करने के लिए हमने कहा आगे कदम बढ़ाया है। उम्मीद है इसे ही देखकर शायद सरकार फिल्म के क्षेत्र में कुछ करें, क्योंकि फिल्म उद्योग भी आजकल प्रदेश की उन्नति में सहायक की भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यूपी की फिल्म इंडस्ट्री हो या साउथ की वहां की सरकारों ने उन्हें सहयोग किया और आज वहां फिल्म के लिए माहौल है, जिससे वहां सब्सिडी भी मिलती है। इसका फायदा राज्य के कलाकारों के साथ-साथ राज्य सरकारों को भी मिल रही है।