मुंबई। अश्लीलता फैलानेवाले माध्यमों के विरोध में कानून बनना चाहिए, सिनेमा में भी ड्रेसकोड निश्चित होना चाहिए और इसका उल्लंघन करनेवालों को दंड मिलना चाहिए। सरकार के साथ अभिभावक, युवा संस्था बनाकर इस सूत्र पर मिलकर काम करना चाहिए । ओटीटी प्लेटफार्म पर यौन, अभद्र और अनैतिक सामग्री के प्रसार को रोकने के लिए सख्त कानून सहित ‘एथिक्स कोड’ (नैतिकताकी आचारसंहिता) लागू करें। विश्वगुरु बनने का प्रयास कर रहे भारत की संस्कृति को बचाने के लिए अश्लीलता के दानव को समाप्त करना होगा,ये बातें
‘सेव्ह कल्चर सेव भारत फाउंडेशन’ के संस्थापक तथा पूर्व केंद्रीय सूचना आयुक्त श्री. उदय माहुरकर कहीं। ।
दादर, मुंबई में ‘ओटीटी और फिल्मी दुनिया के दुष्कर्म’ इस विषय पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे | इस समय ‘जेम्स ऑफ बाॅलीवुड’की सहसंस्थापिका तथा प्रख्यात पत्रकार स्वाती गोयल शर्मा और हिन्दू जनजागृति समितिके राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे उपस्थित थे | सूर्यवंशी क्षत्रिय ऑडीटोरियम, वीर सावरकर मार्ग, दादर (प) यहा आयोजित किये यह कार्यक्रममें ‘जेम्स ऑफ बाॅलीवुड’के संस्थापक संजीव नेवर, प्रसिद्ध अभिनेत्री भाषा सुंबली इन्होंने विडिओद्वारा उपस्थित लोगोंसे वार्तालाप किया । कार्यक्रम को आणि जागरूक नागरिकों के साथ विविध महाविद्यालयोंके प्राध्यापक और विद्यार्थी बडी संख्या में उपस्थित थे |
उदय माहूरकरजी ने आगे कहा, ‘आज ‘ओटीटी’पर 700 ॲपके माध्यमसे प्रतिदिन 30 अश्लील चित्रपट युवाओंके मोबाईलपर आ रहे है, यह देशद्रोही प्रवृत्ति है | ‘अश्लील चित्रपट बलात्कारका मुख्य कारण है । 80 प्रतिशत बताते है की, उन्होंने अश्लील चित्रपट देखकर बलात्कार किया | इस संदर्भमें 4 महिनों में मामला चलाकर 10 से 20 वर्षोंका दंड हो, 3 वर्षे जमानत न मिले, ऐसा कानून हो | यह लड़ाई राज्यघटनात्मक होगी; मात्र ‘परशू’ जैसी होगी |
‘जेम्स ऑफ बाॅलीवुड’की सहसंस्थापिका और प्रख्यात पत्रकार स्वाती गोयल शर्मा ने कहा, ‘ओटीटी प्लॅटफॉर्म्सपर सिनेमा और वेब सीरिजके माध्यमसे अश्लीलता, हिंसा फैलायी जा रही है | हिंदी सिनेमाजगत में बहुत से बड़ेबड़े अभिनेता, अभिनेत्री हमारे देवता, देश और संस्कृतिको बहुत सालोंसे बदनाम कर नई पीढ़ीपर गलत परिणाम डाल रहे है । संस्कृतिद्रोही हिंदी सिनेमाजगत के बहकावे में ना आकर स्वयंघोषित ‘स्टार्स’को उनकी जगह दिखाने का समय आ गया है | इस झूठे आदर्शोंकों अपने जीवन से निकालेंगे तोही अपने परिवार का भला होगा ।
हिन्दू जनजागृतिके राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे ने कहा, ‘आदर्श परिवारव्यवस्था आज केवल भारत मे बची है; मात्र यहां पर भी ‘लिव्ह इन रिलेशनशिप’ लायी है । ‘लिव्ह इन रिलेशनशिप’ भारतमें लाने का कार्य हिन्दी सिनेमाजगतने किया है | हिन्दी सिनेमाजगतके अनुचित प्रकारोंको हिन्दू जनजागृति समितिने समय-समय पर विरोध किया है । समितिके विरोधसे ‘अल्ट बालाजी’के एकता कपूरको क्षमा मांगनी पड़ी । हिन्दी सिनेमाजगतके अश्लीलता के विरोधमें उदय माहुरकरजी चालू किया हुआ अभियान सराहनीय है । आनेवाले समय में अश्लीलता रोकने का काम सरकार करेगी, मात्र अपने प्रत्येक के हाथ मे रहनेवाले मोबाईलपर आनेवाली जानकारी से क्या लेना और क्या नही लेना है, यह हमें निश्चित करना है ।
जेम्स ऑफ बाॅलीवुड’के संस्थापक संजीव नेवर ने उपस्थित लोगोंसे विडिओद्वारा संवाद करते समय कहा ‘मनोरंजन के माध्यमसे आपराधिक कृत्य करने को प्रवृत्त करनेवाला यह आतंकवाद ओटीटी प्लॅटफॉर्मके माध्यमसे अभी घरघरमें पहुचा है । इस प्लॅटफॉर्मपर फैलानेवाले अश्लील चित्रण में सहभागी अभिनेता और अभिनेत्रिया सुरक्षा में रहते है; मात्र उसकी बलि चढ़नेवाली सामान्य घरकी छोटी लडकिया रहती है । ओटीटी प्लॅटफॉर्म्स सेन्सर कानूनके अंतर्गत न आने से हिन्दी सिनेमाजगत उसमे अश्लीलला और बीभत्सता फैला रहा है, यह रुकना चाहिए | इसी प्रकार ‘द काश्मीर फाइल्स’ सिनेमा की प्रमुख अभिनेत्री भाषा सुंबली ने विडिओद्वारा संवाद करते हुए कहा ‘भारतीय हिन्दी सिनेमाजगत सिनेमा तथा ओटीटी प्लॅटफॉर्म्सपर दिखानेवाले वेब सिरीजमें अश्लील और बीभत्स दृश्योंसे आजके युवा पीढ़ी को दूषित किया है, इस विरोधमे सामान्य जनताको जागृत करनेका काम आज आवश्यक बन चुका है ।
यह कार्यक्रमका आरंभ मान्यवर वक्ताओं के करकमलोंद्वारा दीपप्रज्वलनसे हुआ | कार्यक्रमके आरंभमें उपस्थितोंको ‘संस्कृति बचाओ, भारत बचाओ’ तथा ‘हलाल जिहाद’ इस विषयपर चित्रफित ‘प्रोजेक्टर’के द्वारा दिखायी गयी । वक्ता मार्गदर्शन के उपरांत पूछे गए प्रश्नांओं को मान्यवर वक्ताओं ने उत्तर देकर उनका शंकासमाधान किया गया । हिन्दी सिनेमा मे दिखाए गए अश्लील और अयोग्य दृश्योंके विरोध में कानूनन लड़ाई देनेवाले अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकरजी का सत्कार इस समय सत्कार किया गया । ‘जेम्स ऑफ बॉलिवुड’की ओर से प्रकाशित ‘ओटीटी आक्षेपार्ह सामग्री संशोधन’ नामकी एक व्यापक श्वेतपत्रिका और ‘सेव्ह कल्चर सेव्ह भारत फाऊंडेशन’के 2023 वर्ष वार्षिक रिपोर्ट का मान्यवर वक्त्याओं के द्वारा प्रकाशन हुआ । संपूर्ण ‘वंदे मातरम’से कार्यक्रमका समापन हुआ।