मुंबई। फिल्मी कलाकारों का राजनीति में दस्तक देने का सिलसिला पुराना है। अमिताभ बच्चन, विनोद खन्ना, राजेश खन्ना से लेकर मनोज तिवारी, रवि किशन और निरहुआ जैसे अदाकारों ने फिल्मों में सफलता का झंडा गाड़ने के बाद सियासत में भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज की है। इनलोगों को अपने समय के शीर्ष के राजनेताओं की सरपरस्ती भी हासिल होती रही है। अब बिग बॉस 16 की प्रतिभागी अर्चना गौतम इन्हीं फिल्मी सितारों की तरह राजनीति में न सिर्फ अपनी सक्रियता दर्ज कराने की कोशिश कर रही हैं बल्कि कांग्रेस की प्रमुख नेता प्रियंका गांधी की सरपरस्ती हासिल करने के साथ-साथ उनके साथ अपनी नजदिकियों का मुजाहिरा सोशल मीडिया पर खुलकर कर रही हैं।
अभी हाल ही में उन्होंने छत्तीसगढ़ के रायपुर में कांग्रेस के अधिवेशन में हिस्सा लिया था। इस दौरान उनकी मुलाकात प्रियंका गांधी से भी हुई थी। उनके साथ ली गई तस्वीरों को उन्होंने इंस्टाग्राम पर शेयर करते हुये लिखा है कि “जब तक ये जिंदगी है ये अर्चना आपकी है। मेरी प्यारी दी मेरी प्रेरणा।” बता दें कि कुछ समय पहले उनकी कांग्रेस की जनरल सेक्रेटरी प्रियंका गांधी के पीए संदीप सिंह के साथ सोशल मीडिया पर जमकर तूतू-मैंमैं हो चुका है। उन्होंने संदीप सिंह पर उन्हें धमकी देने सहित कई गंभीर आरोप लगाये थे। सार्वजनिक तौर पर अर्चना गौतम ने यहां तक कहा था कि संदीप सिंह ने उन्हें थाने में बंद करवाने की धमकी दी थी और साथ ही उन्हें दो कौड़ी की औरत भी कहा था।
गौरतलब कि अर्चना गौतम शुरु से ही खुद को प्रियंका गांधी की बहुत बड़ी समर्थक के तौर पर पेश कर रही हैं। प्रियंका गांधी को लेकर ही शो के दौरान शिव ठाकरे के साथ मुंह नोचा नोची हो गई थी। उन्होंने साफ कह दिया था कि वह प्रियंका गांधी के खिलाफ एक शब्द भी सुनने के लिए तैयार नहीं है। उनकी इस हरकत की वजह से उन्हें शो से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। बाद में सलमान खान उन्हें बिग बॉस में फिर से वापस ले आये थे।
2021 में अर्चना गौतम ने विधिवत कांग्रेस की सदस्यता ली थी और उन्हें उत्तर प्रदेश के हस्तिनापुर सीट से कांग्रेस की टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ने का अवसर भी मिला था, हालांकि भारतीय जनता पार्टी के दिनेश खातिक ने बुरी तरह से पराजित कर दिया था।
जानकरों का कहना है कि राहुल गांधी की “भारत जोड़ा यात्रा” का असर है कि अर्चना गौतम गौतम को कांग्रेस का उज्जवल भविष्य दिखाई दे रहा है। चुंकि कांग्रेस में प्रियंका गांधी का कद अभी पार्टी के शीर्ष नेताओं में है, और वह भारत जोड़ो यात्रा के संचालन में भी गहरी दिलचस्पी ले रही हैं, इसलिए भविष्य में 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए रणनीति बनाने और संचालन करने में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। ऐसी में यदि वह प्रियंका गांधी के विश्वासपात्रों में शामिल हो जाती हैं तो निश्चततौर पर उनके कद और प्रभाव में इजाफा होगा।