मेहनत और जुनून से अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहे अभिनेता बलकार सिंह

मुंबई। कुछ कर गुजरने का सपना हर एक युवक देखता है परन्तु जुनून की हद तक जाना हर किसी के बस की बात नहीं होती । लेकिन एक्टर बलकार सिंह ने इसको गलत साबित कर दिखाया और मेहनती लोगो में अपनी नाम दर्ज करा ली।

बलकार सिंह जालंधर शहर के नजदीक एक गांव जमशेर खास का रहने वाला यह युवक अदाकारी में अपना नाम कमाने के लिए मुंबई तक का सफर कर चुका है। उसकी यह सख्त मेहनत अब रंग ला रही है और वो बॉलीवुड के साथ साथ पॉलीवुड में भी अपना अच्छा मुकाम हासिल कर रहा है। अदाकार बलकार सिंह बलकार सिंह ने अपना फिल्मी सफर दूरदर्शन के प्रोग्राम “कुछ तो करो विचार” से शुरू किया, सबसे पहला मौका उनको संता-बंता ने अपने शो में दिया।

इसके बाद पंजाबी चैनल पर पंजाबी सीरियल “खेल तकदीर दे” में उसने बतौर हीरो काम किया। आगे चलकर और कई पंजाबी सीरियल में भी उन्होंने काम किया। अब तक बलकार सिंह लगभग सौ से भी ऊपर गानों में अलग-अलग किरदारों में नजर आ चुके हैं। इसी तरह छोटे पर्दे। से बड़े पर्दे की तरफ उसके सफर की शुरूआत हुई और उन्हें बॉलीवुड की बहुचर्चित फिल्म “दंगल” में आमिर खान के साथ काम करने का मौका मिला, इसके बाद उनकी आमद पंजाबी फिल्मों में हुई और वह पंजाबी फिल्म” गुमराह” में एक पुलिस इंस्पेक्टर के किरदार में नजर आए। उन्होंने इस किरदार को बखूबी निभाया।

फिल्म चत्र तारा रिलीज हुई जिसमें उन्होंने एक कमीडियन किरदार निभाया। इस किरदार को बहुत सराहा गया। पिछले साल 2019 उनकी 8-9 पंजाबी फिल्में हफ्ता दर हफ्ता रिलीज हुई। 15 मई को बड़े पर्दे पर आई उनकी फिल्म “गैंगस्ट वर्सेस स्टेट”। इस फिल्म में उन्होंने एक करप्ट और जालिम इंस्पेक्टर का किरदार निभाया।

एक ही महीने में दो फिल्में रिलीज होने की वजह से उसके कैरियर में एक दम से उछाल आ गया और दर्शकों में उसकी पहचान और गहरी हो गई। किरदार में कैसे उतरना है और उस किरदार में कैसे ढलना है किरदार पर पकड़ कैसे बनानी है इस कलाकार को बखूबी आता है, किरदार की छवि को पकड़ने के लिए वो हर हद तक जाने की कोशिश करतते हैं। जब उन्हें फिल्म शूद्र से खालसा मिली जिसमें उसे महापंडित का किरदार निभाना था, किरदार के लिए जरूरी था कि सर के सारे बाल उतारकर गंजा होना, इस कलाकार ने अपने सर के बाल उतारने में जरा भी संकोच ना किया और किरदार के लिए गंजा हो गया।

विवादों के चलते ये फिल्म रिलीज नहीं हो सकी और भारत सरकार ने इस फिल्म पर बैन लगा दिया। जुलाई महीने में अदाकार बलकार सिंह की तीन पंजाबी फिल्में रिलीज हुई, पहली बड़ी फिल्म “डीएसपी देव” जिसमें विलेन का किरदार निभाया। इसके बाद इसी महीने उसकी दूसरी फिल्म रिलीज हुई, जही सरदार। इस फिल्म में उन्होंने बड़े कलाकारों के साथ काम किया और इसी महीने उनकी तीसरी फिल्म “जट जुगाड़ी हुनदे ” ने रिलीज हुई। इस फिल्म में उसने कॉमेडियन विलेन का किरदार निभाया। जिक्रयोग है कि बलकार सिंह ने अभी तक बहुत सारी लघु फिल्में भी की है, उमरा दे संताप, पंगे सरपंची दे, इस भूतां वाली हवेली, 15 अगस्त, माँ दा दाज, करसी, थोड़ा सच आज रिलीज हो चुकी हैं।

बतौर एक्टर बलकार सिंह को लघु फिल्म ड्रग्स में काम करने के लिए शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल लुधियाना में सर्वोत्तम अदाकार का पुरस्कार मिल चुका है। बड़ी फिल्मों में बड़ा नाम कमाने की चाह रखने वाला एक्टर से उम्मीद है कि आने वाले दिनों में और तरक्की करेगा अपना और अपने गांव का नाम रोशन करेगा