मुंबई। अभिनेत्री उर्मिला मतोंडकर जब अपने कैरियर के पीक पर थी तब उन्होंने फिल्म ‘सत्या’में मुंबई के चॉल में रहने वाली एक साधारण लड़की की भूमिका निभाई थी। रामगोपाल वर्मा के निर्देशन में बनी यह फिल्म सुपर हिट साबित हुई थी। इस फिल्म से मनोज बाजपेयी की भी किस्मत जाग चमक गई थी। इस फिल्म के 25 साल पूरे होने पर अभिनेत्री उर्मिसा मातोंडकर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा करते हुए इस फिल्म में निभाये गये अपने किरदार को शिद्दत से याद किया है।
उन्होंने लिखा है कि अपने कैरियर के शिखर पर मैंने इस फिल्म में एक साधारण चॉल की लड़की किरदार निभाया था। इस फिल्म भोली भाली विद्या का किरदार निभाने वाली सत्या के 25 साल हो गये। इसके साथ ही फिल्मी दुनिया के तौर तरीकों पर थोड़ा तंज करते हुए उन्होंने आगे लिखा है कि इसके अभिनया से क्या लेना देना है। इसलिए कोई पुरस्कार नहीं, कोई नामांकन भी नहीं। तो बैठ जाओ और मुझसे पक्षपात और भाई-भतीजे के बारे में बात करो..बस यूं ही कर रही हूं।
गौरतलब है कि सत्या 3 जुलाई 1998 को रिलीज हुई थी। इस फिल्म में मनोज बावजेपी, उर्मिला मातोंडकर और जेडी चक्रवर्ती ने महत्वपूर्ण भुमिका निभाई थी। यह फिल्म मुंबई के क्राइम वर्ल्ड पर बनी थी।