अजय देवगन की “भोला यात्रा” के दौरान किन-किन शहरोंमें सजेगी मस्तीभरी शाम?

आलोक नंदन शर्मा, मुंबई। लगता है हाल में समाप्त हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी की “भारत जोड़ो यात्रा” का असर फिल्म प्रमोशन की शैली पर पड़ने लगा है। फिल्म निर्माता अपनी फिल्म के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए अब पारंपरिक फिल्म प्रचार शैली से इतर हट कर राजनीतिज्ञों वाली शैली अपनाने लगे हैं। अजय देवगन की आने वाली फिल्म “भोला” के प्रचार प्रसार के लिए “भोला यात्रा” शुरुआत इसी बात की तस्दीक कर रही है।

फिल्म “भोला” के प्रचार प्रसार के लिए “भोला यात्रा” अजय देवगन ने झंडी दिखाकर रवाना किया है। “भोला यात्रा” के लिए विधिवत एक ट्रक को फिल्म “भोला” के पोस्टर से सजाया गया है। अजय देवगन ने इससे जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया है, जिसमें वह जिसमें वह झंडी लहराते हुए ट्रक को रवाना करते नजर आ रहे हैं। जानकारी के मुताबिक भोला के पोस्टर्स से सजी हुई यह ट्रक फिल्म के रिलीज होने के पूर्व देश के देश के कई प्रमुख शहरों में जाएगी। जिन शहरों में यह ट्रक दाखिल होगी उनमें ठाणे, सूरत, अहमदाबाद, उदयपुर, गुरुग्राम, दिल्ली, कानपुर और लखनऊ प्रमुख हैं। फिल्म निर्माताओं की योजना के मुताबिक इस ट्रक को अलग अलग शहरों में खड़ा किया जाएगा और वहां पर एक मस्ती भरी शाम का आयोजन किया जाएगा। तो बस इंतजार कीजिये कि आपके शहर में यह ट्रक कब दाखिल होती है।

गौरतलब है कि अजय देवगन की फिल्म “भोला” दक्षिण भारतीय फिल्म कैथी की हिदी रीमेक है। इस फिल्म में अजय देवगन के अतिरिक्त तब्बू, गजराज राव, दीपक डोबरियाल अभिनेता नजर आएंगे। इस फिल्म की खास बात यह है कि इनका निर्देशन भी खुद अजय देवगन ने ही किया है। जानकारी के मुताबिक यह फिल्म 30 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है।

बता दें कि तमिल भाषा में बनने वाली ‘कैथी’ फिल्म एक एक्शन थ्रीलर फिल्म थी जिसके लेखक और निर्देशक लोकेश कंगराज थे। इस फिल्म में एक ऐसे अपराधी की कहानी कही गई थी जो लंबी सजा काटकर जेल से छूटने के बाद अपनी बेटी के मिलने के इरादे से यात्रा करता है, लेकिन मुसीबत में फंसे हुए पुलिस दल के एक नायक से उसकी मुलाकात होती है, और वह उसे अपनी मदद करने के लिए बाध्य करता है। तेलुगु में बनी “कैथी” फिल्म में मुख्य अपराधी का किरादर कार्थी ने निभाया था।  हिन्दी में डब किये जाने के बाद इस फिल्म को हिन्दी भाषी दर्शकों ने भी खूब पसंद किया था। निश्चितौर से इस फिल्म में जेल से रिहा होने के बाद अपनी पुत्री से मिलने के इरादे से यात्रा करने वाले पिता की भूमिका अजय देवगन ही निभा रहे हैं।

गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से हिन्दी सिनेमा के प्रमोशन को लेकर पीआर की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं। सिनेमा से संबंधित कार्यक्रम को पीआर करने वाली कंपनियां बड़े बड़े होटलों में कैद कर देती हैं। आम लोगों तक फिल्म और उसमें काम करने वाले किरदारों से संबंधित सही जानकारी पहुंच ही नहीं पाती है। यहां तक कि ऐसे कार्यक्रमों में आमंत्रित पत्रकारों के हाथ में भी पहले से लिखे हुए प्रेस नोट थमा दिये जाते हैं। फिल्म में काम करने वाले कलाकारों का ठीक से इंटरव्यू तक नहीं करने दिया जाता है। ऐसे में अजय देवगन की फिल्म को लोगों से जोड़ने के लिए “भोला यात्रा” की पहल निसंदेह तारीफे काबिल हैं।