मुंबई। इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (IMPPA) के द्वारा बीते साल गठित नई कार्यसमिति के द्वारा किए गए कार्यों का लेखा जोखा पेश किया गया, जिसमें IMPPA की एक साल की उपलब्धियों को शामिल किया गया। इस दौरान IMPPA के अध्यक्ष अभय सिन्हा ने कहा कि IMPPA पदाधिकारियों, कार्यकारी समिति के सदस्यों, सदस्यों, सचिवों और कर्मचारियों को हमारी नवनिर्वाचित कार्यकारी समिति को सशक्त बनाने में उनकी अमूल्य योगदान के लिए अपना हार्दिक आभार व्यक्त करता हूँ। आप सबों के प्रयास से हम लोग अपने लक्ष्यों की ओर लगातार अग्रसर हो रहे हैं।
उन्होंने बिन्दुवार रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि हम IMPPA की कार्यकारी समिति के सदस्य सभी IMPPA सदस्यों के कल्याण और लाभ के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम सभी सदस्यों को आश्वस्त करते हैं कि हम न केवल यह सुनिश्चित करेंगे कि IMPPA प्रगति के पथ पर आगे बढ़े, बल्कि साथ ही हम सभी के लिए उपलब्ध हैं सदस्यों को उनकी किसी भी समस्या/शिकायत का समाधान करने के लिए।
उन्होंने बताया कि IMPPA ने चिकित्सा और आपातकालीन वित्तीय सहायता का प्रावधान, आर्थिक रूप से कमजोर सदस्यों के सभी बच्चों को शैक्षिक सहायता, इम्पा के सभी वरिष्ठ नागरिकों के लिए पेंशन की शुरूआत , कानूनी मामलों के संबंध में एक साफ स्लेट और मनोरंजन उद्योग में काम करने के लिए एसओपी का पारित होना हमारी उपलब्धि रही है। इसके अलावा हमने वेबसाइट पर ऑनलाइन सदस्यता और भुगतान का परिचय, राजस्व वृद्धि रु. 2.72 करोड़ से 4 करोड़, सदस्यों के लाभ के लिए सावधि जमा निवेश में वृद्धि, इम्पा होम थिएटर की जबरदस्त सफलता और सदस्यों द्वारा होम थिएटर के उपयोग के लिए न्यूनतम शुल्क निर्धारित करने का काम हुआ।
अभय सिन्हा ने बताया कि IMPPA ने अपने तय लक्ष्यों के अनुसार, क्षेत्रीय भाषा के फिल्म निर्माताओं के लिए सदस्यता शुल्क में कमी, लखनऊ, चंडीगढ़ और अहमदाबाद में शाखा कार्यालय, गुजराती फिल्म निर्माताओं को सब्सिडी के भुगतान में तेजी लाने के लिए की गई कार्रवाई, उत्पादकों को सब्सिडी और राहत के लिए बिहार सरकार से अनुरोध करें और उस पर अमल करें, मराठी फिल्मों के लिए शीघ्र अनुदान देने की कार्यवाही, सदस्यों की शिकायतों का त्वरित समाधान और गुजराती और मराठी फिल्मों के लिए इम्पा अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों की घोषणा हो चुकी है।