पटना। राम सुजान सिंह उर्फ चौबे जी, जो हल्दी छपरा, मनेर शरीफ, पटना के रहने वाले हैं, आज हिंदी और भोजपुरी फिल्म के परिचय के मोहताज नहीं है। सलमान खान की सुपर हिट फिल्म दबंग ने फिल्म इंडस्ट्री में इनकी पहचान बनाई। दबंग फिल्म में चौबे जी का किरदार निभाया था और आज भोजपुरी फिल्म सूर्यवंशम फिल्म में अभिनय कर रहे हैं। इनका कहना है की सलमान खान का एहसान कभी नहीं भूलेंगे। आज उन्हीं के बदौलत फिल्म इंडस्ट्री में स्थापित हुआ हूं। अपनी पिछली जिंदगी के बारे में बताते है की शुरूआत काफी कष्टदायक रहा। पिताजी का चार साल की उम्र में देहांत हो चुका था। बहुत गरीबी हालत में रहकर बी.ए.(ऑनर्स) ए.एन. कॉलेज से किया। आमीन का भी काम किया। रंगमंच से जुड़ा रहा। पटना में मिथिलेश सिंह के साथ मिलकर प्रयास नाटक संस्था 1983 में स्थापना किया और इस संस्था से कई नाटकों में काम किया जिसमें ‘बुद्धम श्रणम गच्छामि’ में कई बार पुरस्कार से सम्मानित भी हुआ। लेकिन बेरोजगारी से परेशान हो गया और दिल्ली गया वहां कई सालों तक एक जिगरी दोस्त दिलीप श्रीवास्तव के साथ रहा पर वहां भी बात नहीं बनी तो फिर पटना आ गया और कुछ महीने रहने के बाद मुंबई जाने की तैयारी की तो मां रोने लगी। मां को आश्वासन देकर मुंबई के लिए रवाना हुआ। मुंबई में काफी स्ट्रगल किया और एक दोस्त के रिश्तेदार के यहां नौकर का भी काम किया और काम करते हुए संजय खान की हिंदी धारावाहिक ‘जय हनुमान’ में पहला मौका मिला और उसके बाद ‘एक से बुरे दो’, ‘मंथन-एक कश्मकश ‘, ‘ओमकारा’ और ‘दबंग’ में काम किया। जिससे मेरी पहचान दबंग फिल्म के चौबे जी का रोल करने से हुई।