मुंबई। वीर सावरकर पर फिल्म बना रहे अभिनेता रणदीप हुड्डा उनका किरदार निभाने के लिए अब अपना वजन कर कर रहे हैं। सावरकर पर बन रही इस फिल्म के रणदीप हुड्डा लेखक, निर्देशक और निर्माता भी है। इस फिल्म को लिखने के लिए उन्होंने
गौरतलब है कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में विनायक दामोदर सावरकर का किरदार अलहदा है। वह ब्रिटेन में अंग्रेजों के नाक के नीचे न सिर्फ भारत को आजादी दिलाने के लिए हथियाबंद क्रांति की तैयारी करते रहे बल्कि 1857 में सिपाही मंगल पांडेय के नेतृत्व में अंग्रेजों के खिलाफ बजाई गई बिगुल को भारत का पहला स्वतंत्रता संग्राम सिद्ध करने के लिए एक किताब ही लिख डाली। अंग्रेज इतिहासकार जिसे 1857 का सिपाही विद्रोह बता रहे थे उसे वीर सावरकर ने क्रांति करार दिया। अपने इंग्लैंड प्रवास के दौरान उन्होंने भारत में हथियारबंद क्रांति करने के उद्देश्य से अपने साथियों को उस वक्त 1905 की रूसी क्रांति की असफलता के बाद लंदन में रहे हैं बोलशेविक क्रांतिकारियों से संपर्क साधकर बम और पिस्तौल बनाने और चलाने की विधि सीखने के लिए भी प्रेरित किया। रणदीप हुड्डा चाहते हैं कि वीर सावरकर के किरदार को वह पूरी शिद्दत से निभाये।
वह भारत की वर्तमान पीढ़ी को वीर सावरकर के अदभुत किरदार से परिचित करवाना चाह रहे हैं। वीर सावरकर को लेकर भारत का सियासी हलका दो भागों में विभक्त है। एक हलका जिसका नेतृत्व कांग्रेस के नेता राहुल गांधी कर कर रहे हैं का मानना है कि वीर सावरकर जेल से रिहा होने के लिए अंग्रेजों से माफी कई बार माफी मांगी थी, जबकि दूसरा हलका का मानना है कि आजादी की लड़ाई में उनकी कुर्बानी अतभुत थी। रणदीप हुड्डा चाहते हैं कि वीर सावरकर को लेकर लोगों के मन में जो कुछ भी भ्रांतियां पैदा की गई है वह दूर हो और देश के प्रति समर्पित इस सच्चे नायक के किरदार से लोग अच्छी तरह से वाकि हो। एक दुर्घटना की वजह से रणदीप हुड्डा को कुछ दिनों तक आराम करना पड़ा था जिसकी वजह से उनका वजन कुछ बढ़ गया था। अब वह अपने आप को पूरी तरह से शारीरिक तौर पर पूरी तरह से दुरुस्त करने की तैयारी में हैं ताकि इस फिल्म की शूटिंग जल्द से जल्द शुरू की जा सके।