स्थानीय कारीगरों की मदद को आए ऋचा-अली, हस्तनिर्मित घरेलू वस्तुओं को देंगे बढ़ावा

मुंबई। बॉलीवुड कपल ऋचा चड्ढा और अली फज़ल के घर जल्द ही नन्हा मेहमान आने वाला है। इस बीच उन्होंने घरेलू व्यवसाय और स्थानीय कारीगरों को बढ़ावा देने के लिए एक नई शुरुआत की है। ऋचा और अली भारतीय हस्तकला को बढ़ावा देने के लिए भारतीय क्लोथिंग कंपनी शुरू करने जा रहे हैं, जो स्थानीय कारीगरों पर ध्यान केंद्रित करेगी। ऋचा चड्ढा और अली फज़ल लखनऊ के स्थानीय हस्तकला कारीगरों के समुदाय को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए उनके बनाए उत्पाद सीधे कपड़ा मार्किट में लाने की तैयारी में हैं। इससे भारतीय हस्तकला को बढ़ावा मिलने के साथ इन कारीगरों को अच्छा मुनाफा भी मिलेगा ।

ऋचा चड्ढा ने कहा, “अली और मैंने हमेशा स्थानीय कारीगरों की कलात्मकता और कौशल की प्रशंसा की है। अपनी कला को बनाए रखने में उन्हें जिन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, उन्हें देखना निराशाजनक है।इस उद्यम के माध्यम से हम इन कारीगरों को न केवल जीवित रहने बल्कि फलने-फूलने के लिए एक मंच प्रदान करने की कोशिश कर रहे हैं। हमारा लक्ष्य जरदोजी की कला जनमानस तक पहुंचाना है।”

इस पावर कपल की पहल सिर्फ एक व्यावसायिक प्रयास नहीं है; यह सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित और बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता है। ऋचा और अली का लक्ष्य स्थानीय कारीगरों को सशक्त बनाना है, ताकि भारत की कलात्मक विरासत में उनके अमूल्य योगदान को सुनिश्चित किया जा सके।

ऋचा चड्ढा और अली फज़ल द्वारा इस घरेलू व्यवसाय का लॉन्च इस साल होने की उम्मीद है, और इसका लक्ष्य न केवल फैशन की दुनिया पर बल्कि अनगिनत स्थानीय कारीगरों के जीवन पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव डालना होगा, जिससे उन्हें एक आशाजनक अवसर मिलेगा और आर्थिक सशक्तिकरण से भरा भविष्य।