मुंबई। लगता है भारतीय सिनेमा का स्वर्णयुग शुरु हो चुका है। विशुद्ध भारतीय केंटेट पर एक के बाद बेहतरीन फिल्में बन रही हैं जिनकी सराहना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी हो रही है। लेकिन भारतीय सिनेमा के पुनर्रुथान के इस युग का नेतृत्व दक्षिण भारत के फिल्मकार करते दिख रहे हैं। दक्षिण भारत के फिल्मकारों में भी एसएस राजामौली अग्रणी भूमिका निभाते हुए प्रतीत हो रहे हैं। अब वह महाभारत पर फिल्म बनाने के बारे में गंभीरता से सोच रहे हैं। यह उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है।
अपने इस ड्रीम प्रोजेक्ट के संबंध में खुलासा करते हुए उन्होंने कहा है कि मैंने यह फैसला लिया है कि मैं 4-5 फिल्में बनाने के बाद ही महाभारत पर काम शुरु करूंगा। मैं महाभारत को अपने अंदाज में बताऊंगा। इसके लिए मैं पुरा एक साल रिसर्च करूंगा। इसके बाद ही इस सबजेक्ट पर फिल्म बनाऊंगा। यह मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट है और इस पर मैं दस पार्ट में फिल्म बनाने की योजना बना रहा हूं। मैं महाभारत बनाने की सतत यात्रा पर हूं, जैसे ही मुझे लगेगा मैं इस पर काम शुरू कर दूंगा।