मुंबई। फ़िल्म ‘ओपेनहाइमर’ में फिल्माए गए एक सेक्स सीन के साथ भगवत गीता के एक श्लोक का इस्तेमाल किए जाने को लेकर के विवाद उत्पन्न हो गया है। हालांकि भगवत गीता को फिल्म दिखाएं नहीं गया है और ना ही इस बात की पुष्टि की जा रही है कि यह श्लोक भगवत गीता से लिया गया है। लेकिन जानकारों का कहना है कि यह श्लोक भगवत गीता के एक श्लोक से मिलता-जुलता है, और इस फिल्म में जानबूझकर के सेक्स सीन के साथ इसका इस्तेमाल करके हिंदुओं की भावना को ठेस पहुंचाने की कोशिश की गई है जबकि इस सीन के साथ इस श्लोक की कोई जरूरत नहीं थी।
180 मिनट की ये फ़िल्म दुनिया का पहला एटम बम बनाने वाले वैज्ञानिक जे. रॉबर्ट ओपेनहाइमर की कहानी पर आधारित है। फ़िल्म के एक सीन में ओपेनहाइमर का किरदार निभाने वाले सिलियन म़र्फी मानसिक रोग विशेषज्ञ जीन टैटलर (फ्लोरेंस पुग) के साथ दिखते हैं। इस सेक्स सीन में जीन एक क़िताब उठाती हैं और ओपेनहाइमर से पूछती हैं कि ये कौन सी भाषा में लिखा है। वो ओपेनहाइमर से क़िताब का एक पन्ना पढ़ने को कहती हैं।जीन के कहने पर ओपेनहाइमर पढ़ते हैं- “मैं अब काल हूं जो लोकों (दुनिया) का नाश करता हूं।”
भारत सरकार के इंफॉर्मेशन कमिश्नर उदय माहुरकर ने फ़िल्म के निर्देशक क्रिस्टोफ़र नोलन के नाम एक खुला खत लिख कर अपना विरोध जताया है। महुरकर ‘सेव कल्चर सेव इंडिया फाउंडेशन’ के संस्थापक भी हैं।
उन्होंने फ़िल्म के विवादित सीन को “हिदुत्व पर हमला” कहा है और कहा है कि नोलन इस सीन को हटाएं।
उन्होंने लिखा, “लाखों हिंदुओं और पवित्र गीता से जीवन में बदलाव लाने वालों की तरफ से गुज़ारिश करते हैं कि इस पवित्र क़िताब की गरिमा बनाए रखें और पूरी दुनिया में इस फ़िल्म से विवादित दृश्य को हटाएं। इस अपील को नज़रअंदाज़ करने को जानबूझकर भारतीय सभ्यता का अपमान माना जाएगा।हम आपसे जल्द से जल्द इस पर कार्रवाई करने का उम्मीद कर रहे हैं।”
फिल्म के इस सीन को लेकर के सोशल मीडिया पर भी लोग अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सीन से इस श्लोक को हटाने की मांग कर रहे हैं।