विद्या बालन ने क्यों कहा कि पुरुष सितारे ‘महिलाओं को केंद्र में रखने से असहज होते हैं

विद्या बालन ने क्यों कहा कि पुरुष सितारे ‘महिलाओं को केंद्र में रखने से असहज होते हैं

मुंबई। विद्या बालन ने खुलासा किया कि सफल फिल्मों के साथ जब उनके साथ स्क्रीन स्पेस साझा करने की बात आई तो उन्हें पुरुष सितारों की अनिच्छा का भी सामना करना पड़ा। विद्या बालन द इंडियन एक्सप्रेस के एक्सप्रेसो के उद्घाटन सत्र में शामिल हुईं।

बातचीत के दौरान, विद्या ने अपने पिछले रिश्तों, अपनी शादी और उद्योग में अपने शुरुआती दिनों के बारे में विस्तार से बात की। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि इश्किया, द डर्टी पिक्चर और अन्य जैसी उनकी सफल फिल्मों के कारण जब उनके साथ स्क्रीन स्पेस साझा करने की बात आई तो उन्हें पुरुष अभिनेताओं की अनिच्छा का सामना करना पड़ा।

विद्या ने कहा, “ मुझे नहीं लगता कि विद्या बालन की फिल्म या महिला प्रधान फिल्म में अभिनय करना आज भी उनके लिए ठीक होगा। ईमानदारी से कहूं तो यह उनका नुकसान है क्योंकि हम उनसे बेहतर फिल्में कर रहे हैं। मैं वास्तव में उस पर विश्वास करती हूं। वे अधिक फॉर्मूला-आधारित फिल्में कर रहे हैं, महिला प्रधान फिल्में कहीं अधिक रोमांचक हैं।”

उन्होंने ने कहा, “बेशक, लोग सराहना कर रहे हैं, लेकिन पुरुष सितारे महिलाओं को केंद्र में रखने से असहज हैं। मुझे नहीं लगता कि किसी को भी गड़गड़ाहट चुराने से उन्हें कोई आपत्ति होगी। लेकिन मुझे कभी बुरा नहीं लगा। मैं ऐसा सोच रही थी कि अगर उन्हें धमकी दी जाती है, तो मैं क्या कर सकती हूं?।”

इस कार्यक्रम में विद्या बालन के साथ उनके ‘दो और दो’ के सह-कलाकार प्रतीक गांधी भी शामिल हुए। विद्या बालन और प्रतीक गांधी अगली बार दो और दो प्यार में नजर आएंगे। फिल्म का निर्देशन शीर्षा गुहा ठाकुरता ने किया है और इसमें इलियाना डिक्रूज और सेंथिल राममूर्ति भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं। दो और दो प्यार 19 अप्रैल को रिलीज होगी।