मुंबई। एक ओर ‘किसी की भाई किसी की जान’ जैसी चलताऊ फिल्मों को बनाने में करोड़ों रुपये फूंके जा रहे हैं तो दूसरी ओर क्षेत्रीय भाषा में चुनिंदा विषयों पर कम बजट की बेहतरीन फिल्में बनाने के लिए जद्दोजहद करने वाले फिल्मकारों की भी कमी नहीं है। मराठी फिल्म निर्माण के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाने वाले फिल्म फिल्मकार नागराज मंजुले ऐसे ही फिल्मकारों में शुमार होते हैं। मराठी फिल्म ‘सैराट’ के बाद जियो स्टूडियो के साथ मिलकर 1952 में हेलसिंकी ओलंपिक में कुश्ती के क्षेत्र में भारत को पहला पदक दिलाने वाले खाशाबा दादा साहेब जाधव (केडी जाधव) फिल्म बना रहे हैं। यह फिल्म मराठी भाषा में बनाई जा रही है।
इस फिल्म को बनाने के लिए नागराज मंजुले ने जबरदस्त होमवर्क किया है। 1952 के दौर को पूरी जीवंतता के साथ पर्दे पर उकरने के लिए उन्होंने गहन शोध किया है। खशाबा के जीवन से जुड़ी हर छोटी बड़ी घटना को एकत्र करने के बाद अपनी टीम के साथ उन्होंने स्क्रीप्ट पर काम किया है।
केडी जाधव उर्फ खाशाबा की कहानी काफी रोचक है। उनका जन्म 1926 में महाराष्ट्र के सतारा जिले में हुआ था। उनके पिता दादा साहेब खुद भी एक नामी पहलवान थे। लेकिन खाशाबा काफी छोटे कद के थे और बहुत ही कमजोर दिखाई देते थे। यही वजह थी कि राजाराम कॉलेज के खेल शिक्षक ने उन्हें वार्षिक खेलों में शामिल करने से इंकार कर दिया। बाद में प्रिसिंपल के कहने पर उन्हें खेल प्रतियोगिता में शामिल किया गया था।
1948 के लंदन ओलंपिक में वह छठे स्थान पर आये थे। असफल होने के बावजूद अपने खेल से उन्होंने सभी का ध्यान आकर्षित किया था। लंदन से वापस आने के बाद खाशाबा हेलसिंकी ओलंपिक की तैयारी में खुद को झोंक दिया। लेकिन हेलसिंकी जाने के लिए उनके पास पैसे नहीं थे। राजराम कॉलेज से सात हजार रुपये की मदद और फिर राज्य सरकार से चार हजार रुपये की मदद के बावजूद पैसे कम पड़ रहे थे। पैसे पूरा करने के लिए उन्हें लोगों से कर्ज लेने पड़े और अंत में अपना घर भी गिरवी रखना पड़ा। इसके बाद वह हेलसिंकी गये और व्यक्तिगत स्पर्धा में कांस्य पदक जीतने वाले पहला भारतीय बने।
खाबाशा के जीवन पर बनने वाली फिल्म पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नागराज मंजुले ने कहा कि यह फिल्म दर्शकों का मनोरंजन करने के साथ साथ उन्हें एक ऐसे होनहार, अव्वल खिलाड़ी से मिलवाएगी जिसने दुनियाभर में भारत को नई पहचान दिलाई है। इस फिल्म के किरदार पर हर भारतीय नागरिक को गर्व होगा। हम एक शानदार व्यक्तित्व को दुनिया से रूबरू कराने का प्रयास कर रहे हैं। इस फिल्म की शूटिंग जल्द ही शुरू होने वाली है।