मुंबई। फिल्म ‘कश्मीर फाइल्स’ के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने फिल्म फेयर अवार्ड 2023 बायकॉट करने की घोषण की है। ट्वीटर पर एक लंबी चौड़ा पोस्ट लिखकर उन्होंने खुद को फिल्म फेयर अवार्ड से न सिर्फ दूर कर लिया है बल्कि इस अवार्ड पर तंज भी कसा है। गौरतलब है कि उनकी फिल्म ‘कश्मीर फाइल्स’ को 68 वें फिल्म फेयर अवार्ड्स के सात कैटेगरी में शामिल किया गया था।
अपने पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि मुझे मीडिया के जरिये पता चला कि ‘कश्मीर फाइल्स’ को 68 वें फिल्म फेयर अवार्ड्स के लिए सात कैटेगरी में नामित किया गया है। लेकिन मैं विनम्रतापूर्वक इस अनैतिक और सिनेमा विरोधी पुरस्कारों का हिस्सा बनने से इंकार करता हूं। वह आगे लिखते हैं कि इसकी वजह यह है कि फिल्म फेयर के मुताबिक स्टार्स के अतिरिक्त किसी का कोई चेहरा नहीं होता। कोई मायने नही रखता। इसलिए फिल्मफेयर की चापलूस और अनैतिक दुनिया में संजय भंसाली या सूरज बड़जात्या का कोई चेहरा नहीं है। संजय भंसाली आलिया भट्ट की तरह दिखते हैं, सूरज मिस्टर बच्चन की तरह और अनीस बाज्मी कार्तिक आर्यन की तरह। ऐसा नहीं है कि एक फिल्म निर्माता की गरिमा फिल्म फेयर पुरस्कारों से आती है। लेकिन इस अपमानजनक व्यवस्था को समाप्त होना चाहिए।
अपने पोस्ट में उन्होंने आगे लिखा है कि इसलिए बॉलीवुड के एक भ्रष्ट,अनैतिक और चापलूस प्रतिष्ठान के खिलाफ मेरे विरोध और असहमति के रूप में मैंने ऐसे पुरस्कारों अस्वीकार करने का फैसला किया है। मैं किसी भी दमनकारी और भ्रष्ट प्रणाली या पुरस्कारों का हिस्सा बनने से इंकार करता हूं जो लेखकों, निर्देशकों और फिल्म के अन्य एचओडी और चालक दल के सदस्यों को सितारों के नीचे या गुलामों के रूप में मानते हैं।
विवेक अग्निहोत्री ने अपनी पोस्ट के अंत में लिखा है कि जीतने वाले सभी लोगों को मेरी बधाई और जो नहीं जीत पीते उन्हें और भी बहुत कुछ। उज्जवल पक्ष यह है कि मैं अकेला नहीं हूं। धीरे धीरे लेकिन लगातार एक समानांतर हिंदी फिल्म इंडस्ट्री उभर रह है। तब तक—
सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं
मेरी कोशिश है कि ये सूरत बदली जाये
मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही
हो कहीं भी आग, लेकिन आग जलनी चाहिए.
दुश्यंत कुमार