रंगमंच का कलाकार होना बड़ी बात है : राजन कुमार

मुंबई। अभिनेता राजन कुमार को दुनिया चार्ली चैपलिन द्वितीय के रूप में जानती है। मुंबई में उनके चाहने वाले बहुत सारे फैंस है। मूल रूप से मुंगेर बिहार में जन्मे अभिनेता राजन कुमार थियेटर बैक ग्राउंड से आते हैं। विश्व रंगमंच दिवस पर राजन कुमार  ने हंसी के रंग बिखेरे। हिन्दी नुक्कड़ नाटक स्वच्छ मुंगेर  के जरिए वह सभी को वर्ल्ड थिएटर डे 2022 की शुभकामनाएं देते नजर आए।
बफ्टा कलाकार लोकगायक परमानंद परोपकारी,विनोद कुमार,रौशन कुमार,ऋतु कुमारी, स्वीटी सिंह, प्रिया वर्मा, सौम्या कुमारी द्वारा अभिनीत यह नाटक लोगों को खूब पसंद आया।
गौरतलब है कि हर वर्ष 27 मार्च को विश्वरंग मंच दिवस खूब धूमधाम से मनाया जाता है। लोकप्रिय रंगकर्मी राजन कुमार ने इस वर्ष भी विश्वरंग मंच दिवस के अवसर पर अपने फैन्स, तमाम कलाकारों और जनता को हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
राजन कुमार ने बताया कि रंगमंच एक ऐसा प्लेटफार्म है जहां कलाकार का पुरा जुनूँ नजर आता है। मेरा मानना है कि रंगमंच में अभिनेताओं का योगदान सबसे महत्वपूर्ण होता है। थिएटर दरअसल एक कम्प्लीट आर्ट है, इसमे म्यूज़िक, डांस, एक्शन, इमोशन, संवाद अदायगी सभी कुछ शामिल हो जाता है। रंगमंच दिवस इसी लिए मनाया जाता है ताकि थिएटर के प्रति जागरूकता और उमंग पैदा की जा सके।
राजन कुमार मानते हैं कि रंगमंच की बदौलत उनके जीवन में कई बड़े चेंज आए हैं। बिहार, दिल्ली, मुम्बई में रंगमंच करते आ रहे राजन कुमार थिएटर के शौकीन हैं जो प्रतिभा जाहिर करने का सबसे अच्छा स्रोत है।